केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार (के.सं.ग्र.) और आर के पुरम शाखा पुस्तकालय (आर.के.पी.) में उपलब्ध मुद्रित और गैर मुद्रित सामग्री:-
के.सं.ग्र. और उसकी शाखाओं का सम्पूर्ण संग्रहण तीन विभिन्न समूह में विभक्त है:
1. के.सं.ग्र. में अंग्रेजी भाषा संग्रह
2. के.सं.ग्र. में हिंदी भाषा संग्रह
3. आर.के.पी. में अवरस्नातक छात्रों के लिए पाठ्य पुस्तक संग्रह
विस्तृत ब्यौरे पर दृष्टि
1. के.सं.ग्र. में अंग्रेजी भाषा संग्रह को निम्नलिखित उप-विभाजनों में वर्गीकृत किया गया है: और पढो
a. संदर्भ संग्रह: ज्ञान के सभी क्षेत्रों में लगभग 20, 000 दस्तावेजों का एक मजबूत संदर्भ संग्रह उपलब्ध है। इसमें शामिल हैं : सामान्य और विषय उन्मुख शब्दकोश, सामाजिक विज्ञान और मानविकी के विभिन्न विषयों में विश्वकोश, वार्षिकी, हैंडबुक, सार-संग्रह, सांख्यिकीय दस्तावेज, जीवनी स्रोत, ग्रंथ सूची के स्रोत, अलग-अलग विषयों में बहु-खंडो का संग्रह, मानचित्रावलीयाँ। इन स्रोतों को नियमित रूप से स्थायी आदेशों के माध्यम से अद्यतन किया जा रहा है।
b. सामान्य संग्रह: सामाजिक विज्ञान और मानविकी के क्षेत्र में लगभग 42,000 पुस्तकें गहन सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करती हैं।
c. क्षेत्र अध्ययन संग्रह: इस अनुभाग में भारत के विभिन्न राज्यों, जिलों, शहरों और कस्बों के ऐतिहासिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, दार्शनिक, सांस्कृतिक, क्षेत्रीय अध्ययनों से संबंधित लगभग 85,000 ग्रन्थ संग्रहीत हैं। इसमें विभिन्न देशों का संग्रह भी है। इस अनुभाग के पास विभिन्न भारतीय और वैश्विक व्यक्तित्वों की जीवनी से जुड़ा एक समृद्ध संग्रह भी है। इस अनुभाग में लगभग 6500 दुर्लभ दस्तावेजों का एक अनूठा संग्रह भी रखा गया है। इस तरह की दुर्लभ पुस्तकें विभिन्न विषयों में और 1702ईं तक पुरानी हैं।
d. भारतीय आधिकारिक दस्तावेज संग्रह: अनुभाग में लगभग 80,000 संघ और राज्य सरकार के दस्तावेज हैं जो विभिन्न मंत्रालयों की वार्षिक प्रशासनिक रिपोर्ट, केंद्र सरकार के विभागों, सांख्यिकीय दस्तावेजों, बजट दस्तावेजों, आयोग और समिति की रिपोर्ट, अनुमान और स्थायी समिति की रिपोर्ट, निपटान आयोग की रिपोर्ट, राजपत्र, भूगोल-कोश (गज़ेटियर), अन्य विभिन्न सरकार द्वारा लाई गईं अनौपचारिक रिपोर्टें के रूप में हैं।
e. विदेशी आधिकारिक दस्तावेज़ संग्रह: इस अनुभाग में विभिन्न देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 60,000 आधिकारिक दस्तावेज हैं। जिसमें प्रमुख देश - संयुक्त राष्ट्र, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया है व प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन - संयुक्त राष्ट्र, यूनेस्को, ओ.ई.सी.डी., आई.एम.एफ., ए.डी.बी. आदि हैं। के.सं.ग्र. ने एशियाई क्षेत्र मुख्यतः भारत पर अपने सभी संग्रह का क्षेत्रीय डिपॉजिटरी सेंटर बनने के लिए विश्व बैंक के साथ एक समझौता भी किया है। इसके ऑन-लाइन उत्पाद, ई-लाइब्रेरी, संकेतक, वैश्विक विकास वित्त वेब साइटों को उपयोगकर्ताओं द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इन वेबसाइट की अभिगम्यता लैन माध्यम द्वारा के.सं.ग्र. के परिसर में उपलब्ध है।
f. माइक्रोफिल्म संग्रह: लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस द्वारा MIPP प्रोजेक्ट के तहत माइक्रोफिल्म की गई भारत की विभिन्न भाषाओं की लगभग 40,000 पुस्तकों का संग्रह है। इसमें ब्रिटिश लाइब्रेरी, लंदन से खरीदे गए माइक्रोफ़िल्म में लगभग 5,000 दस्तावेज़ संग्रह भी हैं जो ब्रिटिश लाइब्रेरी, लंदन की वी सीरीज़ में उपलब्ध पूर्व-स्वतंत्र भारतीय आधिकारिक दस्तावेजों में से लिए गए हैं। इस श्रृंखला के तहत माइक्रोफिल्म की खरीद के साथ पुस्तकालय खुद को लगातार अपडेट कर रही है। पुस्तकालय की स्थापना के समय से टाइम्स ऑफ इंडिया (दिल्ली) संस्करण और नवभारत टाइम्स (दिल्ली) संस्करण भी माइक्रोफिल्म के रूप में उपलब्ध हैं।
2. के.सं.ग्र. अपने परिसर में लगभग 40,000 हिंदी पुस्तकें उपलब्ध कराकर हिंदी भाषी समुदाय की आवश्यकता को भी पूरा करता है।
3. आर.के.पुरम पुस्तकालय स्नातक छात्रों की जरूरतों को पूरा करता है जो सरकारी कर्मचारियों के वार्ड हैं। मूल पुस्तकें मेडिकल और इंजीनियरिंग पुस्तकों को छोड़कर उन सभी विषयों पर उपलब्ध हैं जिन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाया जा रहा है। एक पुस्तक की कई प्रतियां खरीदी गई हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में जिन विषयों की खरीद नहीं हुई थी, उन किताबों की खरीद के साथ शाखा को और अधिक समृद्ध किया जा रहा है।